Zehan show

Zehan

Summary: Zehan is a weekly podcast where Ayan Sharma recites his poems.

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Podcasts:

 Zehan Madhushala | File Type: audio/mpeg | Duration: 73

"ज़ेहन" मधुशाला "ज़ेहन" मधुशाला उनका प्यार हाला सा, ख़ुद प्याला बन गयी । आज पीने वाला साकी, "ज़ेहन" मधुशाला बन गयी ।। ‎ लिखा है नाम उनका इस शहर की, हर दीवारों पे। नहीं साकी मिला अबतक जो भर दे, प्याला हाले से।। कोई ग़म में, कोई शौक़ में, प्याले को पकड़ा है। दो बूँद महज़ जर्ज़र कलम का सहारा बन गयी।। आज पीने वाला साकी, "ज़ेहन" मधुशाला बन गयी। कभी एक वक्त था प्याला पकड़ना, शौक़ लगता था। मगर होठों ना छू जाए हाला, ख़ौफ लगता था ।। यहाँ कुछ बात थी जब भी तसव्वुर, रूह तक पहुँची । नशे में नाम मोती सा लिखा, अब माला बन गयी।। आज पीने वाला साकी, "ज़ेहन" मधुशाला बन गयी।

 Accha Nahi Lagta | File Type: audio/mpeg | Duration: 71

Accha Nahi Lagta (अच्छा नही लगता) उनका प्यार मेरी ज़िंदगी, हैं इस बात से वाकिफ; जो कर देता कभी इज़हार,उन्हें अच्छा नही लगता। पकड़कर हाथ हमने साथ, लांघी है कई सरहद; मगर मांगू कभी वो हाथ, उन्हें अच्छा नही लगता। वो करते हैं दुआ,मेरे सपने साकार होने की; है वो खुद मेरा सपना, उन्हें अच्छा नही लगता। कहते फ़र्क किसे पड़ता, मेरे हँसने या रोने से; जो मैं दो वक्त ना बोलूं, उन्हें अच्छा नही लगता। काली रात, आधी नींद, ज़िंदा ख़ाब है मेर; जो बीती रात ना सोऊँ, उन्हें अच्छा नही लगता।

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